Old Pension News: पुरानी पेंशन बहाली को लेकर इस बजट से कुछ तो खुशखबरी जरूर मिलेगी, ऐसा कर्मचारी और पेंशनभोगी सोच रहे थे लेकिन कर्मचारियो के खुशखबरी पर जैसे नजर लग गयी हो। दरअसल, बजट पेश होने से पहले और बजट पेश होने के बाद कर्मचारियो को 440 वोल्ट का झटका लगा है, दरअसल लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान पुरानी पेंशन को लेकर वित्तमंत्री से प्रश्न पूछा गया, इस प्रश्न के उत्तर ने कर्मचारियो को जोर का झटका दिया ही था कि बजट पेश होने के बाद फिर से झटका मिला।
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि 1 जनवरी 2004 के बाद जिन कर्मचारियों की भर्ती हुई है ऐसे कर्मचारियो को पुरानी पेंशन की जगह नई पेंशन दी जाती है, लेकिन नई पेंशन से जो कर्मचारी रिटायर हो रहे हैं उनको केवल 1000, 2000 रुपये पेंशन मिलती है, ऐसे में कई बार माँग की चा चुकी है कि नई पेंशन बन्द करके पुरानी पेंशन बहाल किया जाय।
लोकसभा में सांसद प्रणीति सुशीलकुमार शिंदे ने उठाया इस मुद्दे को
इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए कर्मचारी यूनियन लगातार पुरानी पेंशन की माँग कर रहे है, लेकिन सरकार अब तक इसको सिरे से नजरअंदाज करते आ रही थी, अब ऐसे में लोकसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है, इसी सत्र में पूर्व गृहमंत्री सुशीलकुमार शिंदे की बेटी सुश्री प्रणीति शिंदे ने इस मुद्दे को लोकसभा में उठाया।
पुरानी पेंशन को लेकर लोकसभा में चर्चा
पुरानी पेंशन को लेकर सांसद सांसद प्रणीति सुशीलकुमार शिंदे ने वित्तमंत्री से प्रश्न पूछा कि क्या सरकार पुरानी पेंशन योजना को लागू करने पर विचार कर रही है और यदि हां, तो 1 जनवरी, 2004 के पश्चात् सेवा में आए सभी लोगों के लिए इसे कब तक लागू किए जाने की संभावना है।
वित्त मंत्रालय से आया जवाब
इसका जवाब श्री पंकज चौधरी के द्वारा दिया गया जो कि वित्त मन्त्रालय में राज्य मंत्री है, उन्होंने कहा कि पुरानी पेंशन स्कीम को बहाल करने के लिए भारत सरकार के पास कोई भी प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। पंकज चौधरी ने पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे को सिरे से खारिज कर दिया।
बजट में मिला दूसरा झटका
बजट के पहले पुरानी पेंशन बहाली पर झटका लगा और उसके तुरंत बाद यानी कि बजट पेश हो जाने के बाद NPS में संशोधन को लेकर झटका लगा, संशोधन के तहत कर्मचारी के अंतिम बेसिक वेतन का 50% देने का प्लान था, बजट में इसको लेकर ऐलान होने की उम्मीद थी लेकिन आज पेश किए बजट में इसकी घोषणा नही की गई। ऐसे में अब इसकी भी उम्मीद करना बेईमानी होगी। इस बजट से यही मालूम पड़ा कि सरकार पुरानी पेंशन बहाल करने के पक्ष में कभी नही है।
कर्मचारियो ने किया विरोध
कर्मचारियो की महत्वाकांक्षी माँग के ऊपर वित्तराज्य मंत्री द्वारा दिये गए इस बयान से कर्मचारी आहत है, उनका कहना है कि सरकार की मंशा कभी भी पुरानी पेंशन देने की नही है, बीजेपी सरकार हमेशा से कर्मचारी विरोधी रही है। पेंशन को बीजेपी के शासनकाल मे बंद किया गया, बीजेपी कर्मचारियो के भलाई के बारे में कभी भी नही सोच सकती।