भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना( ECHS) को लेकर लोकसभा से बड़ी खबर आ चुकी है, केंद्र सरकार के ऊपर कई तरह के आरोप लगते हैं कि ECHS में लापरवाही होती है, अच्छे तरीके से ट्रीट नहीं किया जाता है, लाभार्थियों को बहुत प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है, इसी प्रकार की तमाम समस्याओं को लेकर लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सांसद श्री राजेश वर्मा ने सरकार से कई प्रश्न पूछे तो चलिए इनकी तरफ से क्या-क्या प्रश्न पूछा गये और सरकार ने क्या उत्तर दिया, पूरी खबर को विस्तार में जान लेते हैं।
ECHS की मुख्य विशेषताऐं
लोकसभा सांसद श्री राजेश वर्मा ने रक्षा मंत्री से सवाल पूछा कि क्या रक्षा मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ECHS) की मुख्य विशेषताएं क्या हैं इस पर रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री श्री संजय सेठ ने कहा कि रक्षा मंत्रालय से पेंशन प्राप्त करने वाले भूतपूर्व सैनिकों के साथ उनके पात्र आश्रितों के लिए भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ECHS) दिनांक 01 अप्रैल, 2003 को संचालित हुई थी। यह योजना लगभग 60 लाख लाभार्थियों को कैशलेस और कैपलेस चिकित्सा लाभ प्रदान करती है।
द्वितीय विश्वयुद्ध के पूर्व सैनिकों, इमरजेंसी कमीशन प्राप्त अधिकारियों, अल्प सेवा कमीशन प्राप्त अधिकारियों और समयपूर्व सेवानिवृत्तों को पहले इसका लाभ नही मिलता था लेकिन दिनांक 07 मार्च, 2019 को इनके लिए भारत सरकार की विशेष स्वीकृति प्रदान की गई इसके बाद इनको भी लाभ दिया जाने लगा। भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना भारत में 427 ECHS पॉलीक्लीनिकों, नेपाल में 06, 30 ECHS क्षेत्रीय केंद्रों और सूचीबद्ध स्वास्थ्य देखभाल संगठनों के बृहत् नेटवर्क के माध्यम से चिकित्सा सेवाएं प्रदान करती है।
ECHS के लिए कौन-कौन है पात्र
लोकसभा सांसद श्री राजेश वर्मा ने रक्षा मंत्री से सवाल पूछा कि ECHS के लिए कौन-कौन पात्र है?
इस पर श्री संजय सेठ ने कहा कि तीनों सेनाओं के अलावा निम्नलिखित संगठनों/श्रेणियों के कार्मिक ECHS सदस्यता के लिए पात्र हैं:
1) प्रादेशिक सेना
2) रक्षा सुरक्षा कोर
3) वर्दीधारी भारतीय तट रक्षक
4) सैन्य नर्सिंग सेवा
5) विशेष सीमा बल
6) नेपाल अधिवासी गोरखा
7) पूर्ण कालीन एनसीसी अधिकारी
8) सेना डाक सेवा
9) असम राइफल
10) द्वितीय विश्वयुद्ध के पूर्व सैनिकों, अल्प सेवा कमीशन प्राप्त अधिकारी (एसएससीओ), इमरजेंसी कमीशन प्राप्त अधिकारी (ईसीओ) और समय-पूर्व सेवा निवृत्त।
ECHS लाभार्थियो की कुल संख्या
इसके बाद श्री राजेश वर्मा ने प्रश्न पूछा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान ECHS के माध्यम से सेवाओं का लाभ उठाने वाले लाभार्थियों की संख्या कितनी है? इस पर श्री संजय सेठ ने कहा कि पिछले तीन वर्षों में ECHS के माध्यम से इलाज / रेफरल के लिए ECHS लाभार्थियों द्वारा ECHS पॉलीक्लीनिकों में लगभग 3.55 करोड़ विजिट दर्ज की गई है।
ECHS लाभार्थियो पर सरकार का खर्च
इसके बाद श्री राजेश वर्मा ने प्रश्न पूछा कि ECHS योजना के अंतर्गत सरकार द्वारा कितनी राशि खर्च की गई है? इस पर श्री संजय सेठ ने कहा कि पिछले तीन वर्षों के दौरान इस योजना के अंतर्गत भूतपूर्व सैनिक विभाग द्वारा 21,589.31 करोड़ रुपए और वर्तमान वर्ष में 2,688.86 करोड़ रुपए (22 जुलाई, 2024 की स्थिति के अनुसार) की राशि खर्च की गई है।
ECHS के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों का ब्यौरा
इसके बाद श्री राजेश वर्मा ने प्रश्न पूछा कि देश भर में ECHS के अंतर्गत सूचीबद्ध अस्पतालों का राज्य/संघ, राज्य क्षेत्र-वार तथा बिहार सहित जिला-वार ब्यौरा क्या है? इस पर श्री संजय सेठ ने इसका विवरण दिया। भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना” के अन्तर्गत सूचीबद्ध स्वास्थ्य देखभाल संगठनों (एचसीओ) का राज्य-वार विवरण निम्नलिखित है:-
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