इन दिनों उत्तर प्रदेश राज्य सरकार अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को खुश करने पर लगी हुई है। उनके लिए एक से एक बड़े फैसले कर रही है, पिछले दिनों नोशनल इंक्रीमेंट को लेकर बड़ा फैसला किया गया, वहीं पर नई पेंशन शुरू होने के पहले निकली विज्ञापन के आधार पर हुई भर्ती वाले कर्मचारियो को पुरानी पेंशन देने का निर्णय लिया गया, इसके साथ ही किसी भी वेतन आयोग से रिटायर पेंशनभोगियों की पेंशन ₹9000 से कम नहीं होनी चाहिए इसको लेकर बड़ा फैसला किया गया। अब एक बार फिर कर्मचारियों के लिए बड़ी खुशखबरी आ चुकी है।
GPF खाते होंगे ऑनलाइन
उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने एक महत्वपूर्ण फैसला लिया है । इस फैसले के तहत राज्य सरकार ने कर्मचारियों के सामान्य भविष्य निधि (GPF) खातों को ऑनलाइन करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार द्वारा सर्कुलर जारी किया गया है। इस नए सिस्टम से जीपीएफ रिकॉर्ड्स में सटीकता सुनिश्चित होगी और रिटायरमेंट के समय अनावश्यक देरी को रोका जा सकेगा।
मैनुअल प्रक्रिया से मिली आजादी
आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि राज्य कर्मचारियों के भविष्य निधि खातों का रखरखाव महालेखाकार कार्यालय द्वारा किया जाता है वही पे GPF खातों की पासबुक का रखरखाव संबंधित विभागाध्यक्ष द्वारा किया जाता है, और यह जानकारी कोषागारों से प्राप्त जीपीएफ शेड्यूल के आधार पर अपडेट की जाती है। हालांकि, यह प्रक्रिया मैनुअल होने के कारण मानवीय त्रुटियों का खतरा बना रहता है। जिससे बहुत सारी गलतियां देखने को मिलती है। अब इन गलतियों को दूर करने के लिए इसको ऑनलाइन किया जा रहा है।
GPF का पैसा मिलने में नही होगी देरी
GPF खातों को ऑनलाइन करने से कई समस्याओं का समाधान होगा। अक्सर पासबुक और महालेखाकार कार्यालय के रिकॉर्ड्स में अंतर होने के कारण रिटायरमेंट के समय अनावश्यक देरी होती थी। इस समस्या के समाधान के लिए सरकार ने GPF खातों को चरणबद्ध रूप से ऑनलाइन करने का फैसला किया है। अब रिटायरमेंट के समय जीपीएफ का पैसा तुरंत कर्मचारियों को दे दिया जाएगा उसमें अनावश्यक देरी नहीं होगी।
ऑनलाइन रखरखाव की प्रक्रिया
नई प्रणाली के तहत, सेंट्रल ट्रेजरी सर्वर के DDO पोर्टल से जीपीएफ खातों के लेनदेन का डेटा महालेखाकार कार्यालय को ऑनलाइन ट्रांसफर किया जाएगा। इसके अलावा, सेवाकाल के दौरान सालाना लेखा-पर्ची और रिटायरमेंट के समय उपलब्ध GPF राशि के 90% मिलान पत्र और शेष 10% के अंतिम भुगतान संबंधी पत्र भी महालेखाकार द्वारा ऑनलाइन अपलोड किए जाएंगे।
कर्मचारियों को क्या फायदा होगा
इस नई प्रणाली से आहरण एवं वितरण अधिकारी (DDO) को ऑनलाइन माध्यम से सभी जरूरी जानकारी प्राप्त हो जाएगी। संबंधित कर्मचारी अपने पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी के माध्यम से कोषवाणी पोर्टल (koshvani.up.nic.in) से इन दस्तावेजों को एक्सेस कर सकेंगे। इस तरह, जीपीएफ खातों के रखरखाव की प्रक्रिया और भी सरल और पारदर्शी हो जाएगी।
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