देशभर के EPS-95 पेंशनभोगी आज उस स्थिति में हैं, जहां वे अपने अधिकारों के लिए सड़क पर उतरने को विवश हैं। EPS-95 पेंशन योजना के तहत जो पेंशन राशि उन्हें मिल रही है, वह उनके जीवनयापन के लिए बहुत ही कम है। इसके चलते पेंशनभोगियों ने दिल्ली में एक बड़े धरने का आयोजन किया है, जिसका मकसद सरकार को उनकी समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित कराना है। 6, 7, 8 अगस्त को जंतर मंतर, दिल्ली में धरना दिया जाएगा, जिसमे लाखो पेंशनभोगियों के पहुँचने की खबर है।
साल 1995 में शुरू की गई यह पेंशन योजना निजी और सार्वजनिक क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच के रूप में देखा गया था। इस योजना का उद्देश्य सेवानिवृत्ति के बाद कर्मचारियों को एक निश्चित आय प्रदान करना था। लेकिन दुख की बात है कि विगत वर्षों के दौरान, इस योजना में बहुत सारी खामियां देखने को मिली, जिससे पेंशन राशि बहुत ही कम हो गई। वर्तमान में कई पेंशनभोगी महज 1000 से 2000 रुपये की मासिक पेंशन पर निर्भर हैं, जो वर्तमान की स्थिति में अपर्याप्त है।
मंहगाई और दैनिक जीवन की आवश्यकताओं के बढ़ते खर्चों के बीच, EPS-95 पेंशनभोगियों को अपने मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करना भी मुश्किल हो गया है। इस स्थिति ने पेंशनभोगियों को अपने जीवनयापन के लिए संघर्ष करने पर मजबूर कर दिया है।
पेंशनभोगियों की मांगें
1.न्यूनतम पेंशन 9000 रुपये + महंगाई भत्ता (DA)
मौजूदा समय में अधिकांश पेंशनभोगियों को जो राशि मिल रही है, वह न केवल अपर्याप्त है, बल्कि उनके सम्मानजनक जीवनयापन के अधिकार का उल्लंघन भी है। पेंशनभोगी न्यूनतम 9000 रुपये पेंशन की मांग कर रहे हैं, साथ ही महंगाई भत्ता (DA) को जोड़ने की भी मांग की जा रही है ताकि उनकी आय महंगाई के अनुसार समायोजित हो सके।
2. हायर पेंशन के विकल्प की अनुमति
बहुत से कर्मचारियों ने अपने सेवाकाल में उच्च वेतनमान पर काम किया है और उच्च पेंशन के हकदार हैं। वर्तमान नियमों के तहत उन्हें इस उच्च पेंशन का लाभ नहीं मिल पा रहा है। पेंशनभोगियों की मांग है कि सभी EPS पेंशनधारकों को उच्च पेंशन का विकल्प दिया जाए, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो और वे अपने भविष्य को सुरक्षित कर सकें।
3. वरिष्ठ नागरिकों के लिए रेलवे रियायतें बहाल करना
पहले वरिष्ठ नागरिकों को रेल यात्रा में विशेष रियायतें दी जाती थीं, जिससे उन्हें यात्रा करने में आसानी होती थी। सरकार द्वारा इन रियायतों को वापस ले लिया गया है, जिससे वरिष्ठ नागरिकों को आर्थिक रूप से बोझ का सामना करना पड़ रहा है। पेंशनभोगी चाहते हैं कि यह रियायतें फिर से बहाल की जाएं।
4. सभी EPS पेंशनभोगियों के लिए मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं
वृद्धावस्था में स्वास्थ्य देखभाल की जरूरतें बढ़ जाती हैं, और चिकित्सा खर्चे भी बढ़ते हैं। पेंशनभोगी चाहते हैं कि उन्हें मुफ्त चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं, ताकि वे बिना किसी आर्थिक दबाव के अपनी स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा कर सकें।
पेंशनभोगियों की माँगे तत्काल प्रभाव से लागू
यह आंदोलन सिर्फ पेंशनभोगियों की आर्थिक समस्याओं का हल नहीं, बल्कि उनके सामाजिक सुरक्षा के अधिकार की लड़ाई भी है। यदि सरकार इन मांगों को मानती है, तो यह देशभर के पेंशनभोगियों के लिए एक महत्वपूर्ण सफलता होगी। इससे न केवल उनका जीवनस्तर सुधरेगा, बल्कि उन्हें भविष्य के लिए सुरक्षा का भी अनुभव होगा।
इस आंदोलन के माध्यम से सरकार पर दबाव बनेगा कि वह पेंशनभोगियों की समस्याओं का समाधान करे और पेंशनभोगियों की माँगे पूरी करते हुए तत्काल लाभ प्रदान करे। यदि सरकार उनकी मांगों को नहीं मानती है, तो यह आंदोलन आगे बढ़ सकता है और बड़े स्तर पर पेंशनभोगियों का असंतोष सामने आ सकता है।
निष्कर्ष
इस आंदोलन से पेंशनभोगियों की आवाज को देशभर में सुनाई जाएगी। उनके इस संघर्ष से यह स्पष्ट है कि वे अपने अधिकारों के प्रति सजग हैं और न्याय के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। सरकार को इस आंदोलन को गंभीरता से लेना होगा और पेंशनभोगियों की मांगों को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने होंगे। यह सिर्फ पेंशनभोगियों का नहीं, बल्कि उनके सम्मान और अधिकारों का भी आंदोलन है।
Modi govt. Is the best administrative
They think about poor pention holders
Now the come in Indian stream line
They will support bjp forever India’s
Leading party
Jai hind jai BJP
कल कभी नही आता ।
All MPS/MLAS KA PENSION BANDH KARO.. OR ALL PENSIONERS.. WHO HAVE SERVED THE NATION FOR 35/40 YEARS.. KO PENSION RS. 7500/- + D. A.. WITH IMMEDIATEL EFFECT. SE BADHO.. JAI HIND..
Right
Bahut hi Jayda jaruri hai andolan Krna
ईपीएफओ-95 के पेंशनभोगियों का आंदोलन का समर्थन सभी राजनैतिक दलों को करना चाहिये।सरकार पेंशनधारियों की लम्बित मांगों को वर्षों से नज़रअंदाज़ करती आ रही है।विवश हो कर पेंशनभोगियों को आंदोलन को उग्र करना होगा।सरकार से निवेदन है कि वो इस मामले पर मानवीय दृष्टिकोण अपनाए।
असा आमचे मागणीचा विचार करीन त्वरित वाढीव पेंशन+डिए अशी वाढ आम्हाला मिळाली तर समस्त निवृत्त जेष्ठ नागरिकांचे मत हे बीजेपी लाच दिले जाईल, कारण आमचा विचार केला तर आम्ही तेव्हढा प्रामाणिकपणा करणारच.