EPS-95 मिनिमम पेंशन बढ़ोतरी को लेकर आज धरना प्रदर्शन शुरु है। EPS-95 राष्ट्रीय संघर्ष समिति NAC के बैनर तले बरेली और मुरादाबाद मंडल द्वारा चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी गई है।
EPS-95 पेन्शन राष्ट्रीय संघर्ष समिति द्वारा राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम में बरेली, मुरादाबाद मंडल द्वारा आज धरना प्रदर्शन कार्यक्रम दिनांक 11 मार्च 2024 समय 11:00 बजे से रखा गया था और इसमें जो मेन मुद्दा है, चार सूत्रीय मांगें पूरी न होने के कारण लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार। तो यहां पर खुले तौर पर अब NAC की टीम ने चुनाव का बहिष्कार की घोषणा शुरू कर दी है।
सरकार की तरफ से नही आया जवाब
NAC की टीम ने लगातार बार- बार श्रम मंत्रालय और सीधे प्रधानमंत्री जी को लेटर के द्वारा, पत्राचार के द्वारा यह सूचना पहुंचाई थी कि आप हमारी मांगों को आचार संहिता से पहले पूरा करे अन्यथा हमें आंदोलन करना पड़ेगा और अगर नौबत आई तो फिर हमे चुनाव बहिष्कार का फैसला भी लेना पड़ेगा। इस बीच सरकार की तरफ से कोई जवाब नहीं आया। कोई सूचना नहीं आई तो अब बरेली और मुरादाबाद मंडल द्वारा चुनाव बहिष्कार की घोषणा कर दी गई है।
मोदी की गारंटी झुटी
NAC की टीम चार सूत्रीय मांगे पूरी न होने के कारण लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार कर रहे हैं और और सुबह 11 बजे से ही धरना प्रदर्शन कर रहे है। यहां पर इनका जो मेन मुद्दा है पेंशन नहीं तो मोदी की गारंटी झूठी है। EPFO की कारगुजारी खराब है। ऐसे मे समस्त पदाधिकारी गण व समस्त EPS-95 पेंशनर्स परिवार बरेली, मुरादाबाद मंडल की तरफ से लोकसभा चुनाव 2024 का बहिष्कार की बड़ी घोषणा कर दी गई है। अब ऐसा लग रहा है कि इस तरह की घोषणाएं दूसरे राज्यों से भी देखने को मिल सकती है।
पेन्शनधारको के साथ हुवा धोखा
यह स्कीम जब लाई गई थी तो बड़े- बड़े एडवर्टाइजमेंट दिए गए थे। उसमें कहा गया था कि गवर्नमेंट की जो पेंशन होगी उससे 10% अधिक होगी। जब रिटायर हुए तो उनके हाथ में जब पेंशन आनी शुरू हुई तो लगा यह क्या आ रहा है। मतलब मात्र ₹800, ₹900 पेन्शन आ रही थी। इतने मे कैसे गुजारा होगा? तब लोगों की समझ में आना शुरू हुवा और हमारा दुर्भाग्य है कि लोग तभी जग जाते तो हम लोग आज यह कष्ट न झेलते। उसका खामियाजा आज भुगतना पड़ रहा है।
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श्रम मंत्रालय ने पेंशन बढ़ाने को लेकर भेजा था प्रस्ताव
आपको बता दू कि 1000 पेंशन काफी कम है ऐसे में पेंशन धारकों की पेंशन दुगुनी करने को लेकर श्रम मंत्रालय ने वित्त मंत्रालय को प्रस्ताव भेजा था पर वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने इसको सिरे से खारिज कर दिया। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) की संस्था CBT ने एक बैठक में इस प्रस्ताव की अस्वीकृति से अवगत कराया। पेंशनधारकों ने एक बार फिर ठाना है पेंशनबढ़ोतरी नहीं तो वोट नहीं, आचार संहिता लगने से पहले केंद्र सरकार हमारी मांगे पूरी करें।
I hope now atleast government will take immediate action for increasing the pension for EPS 95.
hamara durbhagay hai ki is des me sahi chij ke liye bhi hartal karni padti hai jab ki hamara pension fund ka interest kahan ja raha haie is batane wala koi nahi hai kaishi vidmbana hai ki jiska paisa hai use 1000/-rupe pension milti hai or jo is pese ka hisab rakhta hai use 100000/-pensin milti hai sarkari karmchari ko har 6 mah me pension badhai jati hai kya ye mengai sarkari karmchari or kishan ke liye hi hai mazdoor ke liye nahi. aaj 8 crore karmachari pf ke member hai jinka pension fund me 8 crore x 5 lac=40 lakh crore rupe ka kya hisab hai sarkar jabab de yadi iska interest hi de de to 25000/-har karmchari ko pension di ja sakti hai .sarkar pe kisi prakar ka atirikt bhar nahi padegaa.
बीजेपी हटाओ पेंशन योजना पाओ
Vinayji
Don’t trust Modi government on this issue as Mody is lier in this particular issue and EPFO is nothing but a blunder this department only thirsty of blood of workers.
Central govt.not following its own commitment in many policies . Like denial to grant incentives to MSME Enterprineur of uttarakhand and HP. They can pay monthly for many bogus schemes without any service but not ready to pay ligitmate pension to retired persons who served whole life .. Let’s boycott election as no other alternative available..
Whatever money pensioners have deposited in epfo should be returned back with interest and the organization to be closed.
Modi ji, or Sita Raman ji sey aghareya hey ki private sector key pansioners ko kam sy com 7000/- rs pension karni chaye jaldi sey jaldi kyonki menghai bhout ho gai hey, 1000 /- mey kya hota hey, app hey tandhey dimg se chochey
No pension No BJP ko Bhote,EPFO Ghotalebazon ka sansthan hai,Is bar pension nahi barhi to bhote nahi BJP ko.Garibon ka paisa lootne wala Ghotalebazon sansthan EPFO.
यस सर
Manniy prime minister Sri Modi ji ne ye than liya hai ki senior citizens ko samapt karna hai,jo Modi ki gauranty mein covered hai.
हां
यदि eps 95 ki badottari lok sabha election se pahle nahi hua isliye नोटा पर बटन दबाना चाहिए
नोटा में मोदी जी जीतेंगे
Good
Under EPFO scheme Govt. should must increase the pension since this is very less considering the old age needs. Medicines and other daily needs are costly and very difficult to manage without increasing pension.
We have been cheated out of EPS-95, pension promises: Where is our PROMISED bonus. No hike in pension 4 last more than 7 years.
Is Ur economy so strong that D inflation = 2 what it was 5 n 7 years ago.
Govt ko minimum pension rs 3000/- karni chahiye phir bhi yeh pension ki amount bahut Kam h abhi philhal itni to karni hi chahiye
BJP sarkar suru se hi Majdooro k anti hai Atalji ne iska khilaf the ab Modi ji bhi iska khilaf me hai.yeh sarkar sirf aur sirf sarmaydaro ka sarkar hai EPS 95 pensioner s vriddho ka sarkar nahin hai,yeh sansad vidhayak betan pension aur sarmaydaro ka loan maaf karna hai
If government employees are getting pension more than 50000/-.
Then why we EPS-95 sharamik are getting only 1000/-.
Better stop all these EPS -95 .and.returned all amount to the senior citizens of EPS 95.
Modi ji or Sita Raman ji sey kehna chata hu, ap 1000/- rupees mey guzara kar sakte ho etni megai mey